Premièrement:
Il y a beaucoup de mérite à épouser une femme plus jeune que soi
Il y a beaucoup de mérite à épouser une femme
Il y a beaucoup de mérite à épouser
Il y a beaucoup de mérite
Sans compter les emmerdements.
Deuxièmement:
Il y a beaucoup de mérite à épouser une femme plus vieille que soi
Il y a beaucoup de mérite à épouser une femme
Il y a beaucoup de mérite à épouser
Il y a beaucoup de mérite
Sans compter quìl y a des emmerdements.
Troisièmement:
Il y a beaucoup d’ emmerdements
Sans compter le mérite d’épouser une femme.
Boris Vian.
One reply on “Qu’y a-t-il…?”
हमारे पास क्या है / बोहिस वियाँ
पहली बात तो ये है :
हमारे अन्दर बहुत-सी ख़ूबियाँ हैं कि हम ख़ुद से जवान औरत से शादी कर लें
बहुत-सी ख़ूबियाँ हैं कि किसी औरत से शादी कर लें
बहुत-सी ख़ूबियाँ हैं कि शादी कर लें
बहुत-सी ख़ूबियाँ हैं
अगर शोक-सन्तापों को छोड़ दिया जाए
दूसरी बात ये है :
हमारे अन्दर बहुत-सी ख़ूबियाँ हैं कि हम ख़ुद से बड़ी उम्र की औरत से शादी कर लें
बहुत-सी ख़ूबियाँ हैं कि किसी औरत से शादी कर लें
बहुत-सी ख़ूबियाँ हैं कि शादी कर लें
बहुत-सी ख़ूबियाँ हैं
अगर अफ़सोस और अवसादों को छोड़ दिया जाए
तीसरी बात ये है :
बहुत सी परेशानियाँ हैं
अगर न गिना जाए किसी औरत से शादी करने वाली ख़ूबियों को